यूं ही नहीं यह अकेलापन ....🥀✨

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🥀🦋....

Yeh kuch kehti nahi hai kya...??
Akele hi rehti hai...??
Bichari badi shaant hi rehti hai...!!
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"यूं ही नहीं ये अकेलापन उसके अंदर समाया होगा,
कुछ राज़ उसने भी अपने अंदर दफनाया होगा...

यूं ही नहीं खामोशी भरी होगी उसके अंदर,
शायद चुप रहना उसे समय ने ही सिखाया होगा...

अँधेरे में सुकून मिलता है,
शायद जिंदगी का डरावना पल उसने अँधेरे में बिताया होगा...

मुश्किल के समय अकेली थी वो,
दर्द होने पर खुद ही अपने बालों को सहलाया होगा...

हुनर बोलता है शब्दों का कलम से उसकी,
पर कभी कुछ कहने के लिए भी उसका दिल घबराया होगा...

यूं ही नहीं ये अकेलापन उसके अंदर समाया होगा,
कुछ राज़ उसने भी अपने अंदर दफनाया होगा....!!"

🥀✨....!!

KANIKA🥀✨...!!

कविताओं की नगरी🥀🦋...!!Where stories live. Discover now